CSS Kya Hai वेब डिजाइन और वेब डेवलपमेंट दोनों के लिए, CSS बहुत महत्वपूर्ण होता है। CSS का उपयोग करके, आप अपनी वेबसाइट के डिजाइन को स्वरूपित कर सकते हैं।

लेकिन क्या आपको पता है कि CSS क्या होता है और इसका उपयोग कैसे किया जाता है? इस लेख में, हम आपको सीएसएस (CSS In Hindi) के बारे में जानकारी देंगे जो आपको इस मामले में समझदार बनाएगी।

CSS का फुल फॉर्म क्या होता है? |What is the full form of CSS?

CSS का फुल फॉर्म Cascading Style Sheets (कैस्केडिंग स्टाइल शीट) है।

CSS का एक्सटेंशन क्या है? |What is the extension of CSS?

सीएसएस (CSS) का एक्सटेंशन .css (cascading style sheet) होता है। जब भी आप किसी वेब पेज को डिजाइन करते हैं, तो आपको उस वेब पेज पर उपयोग होने वाली सीएसएस फ़ाइल बनानी होती है। जो ब्राउज़र के द्वारा पढ़ी जाती है और फिर उस वेब पेज के अलग-अलग घटकों के साथ जोड़ी जाती है।

सीएसएस फ़ाइलों का नाम आमतौर पर .css होता है ताकि उन्हें आसानी से पहचाना जा सके। इन फ़ाइलों को आप वेब पेज के हेडर सेक्शन में या वेब पेज की फ़ोटो और अन्य सामग्री के साथ अलग से शामिल कर सकते हैं।

सीएसएस क्या है ? | What is CSS in Hindi?

CSS (Cascading Style Sheets) एक वेब डिजाइनिंग भाषा है जो वेबसाइट के डिजाइन को बेहतर बनाने में मदद करती है। CSS का उपयोग वेब पेज के रंग, फ़ॉन्ट, लेआउट, ग्राफ़िक्स, अंतरफलक और अन्य विज्ञापनों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इस भाषा का उपयोग वेब पेज के रूपांतरण, संवर्धन, और बढ़िया रूपांतरण के लिए किया जाता है।

CSS का उपयोग वेब पेज के HTML कोड में किया जाता है। CSS फ़ाइलें अलग-अलग होती हैं जो वेब पेज के स्टाइल को संचालित करती हैं। इन फ़ाइलों में वेब पेज के स्टाइल के नियम और विवरण होते हैं।

एक वेब पेज के लिए कई CSS फ़ाइलें हो सकती हैं जो अलग-अलग घटकों के स्टाइल को संचालित करती हैं। इससे वेब पेज के स्टाइल को संचालित करना आसान हो जाता है।

CSS का उपयोग वेब डिजाइनिंग के साथ-साथ वेब डेवलपमेंट में भी किया जाता है। इससे वेब पेज को स्टाइल देने के साथ-साथ उसका डेवलपमेंट भी आसान हो जाता है।

CSS का इतिहास |History of CSS In Hindi

CSS (Cascading Style Sheets) एक वेब डिजाइनिंग प्रौद्योगिकी है जो वेबसाइटों को डिजाइन और स्टाइल देने के लिए उपयोग की जाती है। CSS का इतिहास 1990 के दशक में शुरू हुआ था।

CSS का विकास 1994 में शुरू हुआ था, जब टिम बर्नर्स-ली ने HTML और CSS की समीक्षा की और CSS1 का एक अवलोकन प्रकाशित किया। CSS1 में सिर्फ बुनियादी स्टाइल प्रोपर्टीज शामिल थीं, जिन्हें ब्राउज़र तक पहुँचाने के लिए सीधे HTML टैगों के साथ जोड़ा जाता था।

1996 में, CSS1 को W3C द्वारा एक मानक के रूप में मान्यता प्राप्त हुआ। उस समय, ब्राउज़र में समर्थितता अलग-अलग थी और यह स्पष्ट नहीं था कि कौन सा स्टाइल उपयोगकर्ताओं को दिखाई देगा।

1998 में, CSS2 नामक एक नया मानक प्रकाशित किया गया था जो एक और चरण था। CSS2 में, विभिन्न प्रोपर्टीज शामिल हुए जो पहले से संभव नहीं थे। इससे स्टाइल लेखन के संबंधित कोड को नियंत्रित करना अधिक सुविधाजनक हुआ।

इसके बाद, 2001 में CSS2 जारी किया गया था जिसमें नई तकनीकों का उपयोग किया गया था। इसमें स्टाइल स्प्रीडशीट, मीडिया टाइप, पेज ब्रेक, लेआउट पोजीशनिंग और पॉजिशन अधिसूचनाएं जैसे नए विशेषताएं शामिल थीं।

2004 में CSS2.1 जारी किया गया था, जो W3C के वेब स्टैंडर्ड के रूप में मान्यता प्राप्त कर गया था। यह एक अधिक नियंत्रित संस्करण था जिसमें कुछ नई विशेषताएं और सुधार किए गए थे।

2011 में CSS3 जारी किया गया था जिसमें एक संख्या के विशेषाधिकार, निम्न अधिकतम, बॉर्डर रेडियस, टेक्स्ट शैडोइंग, फॉन्ट फेस प्रणाली, ट्रांसफ़र स्टाइल और अनुसंधान शामिल थे। CSS3 के साथ, वेब डिजाइनरों ने ब्राउज़र के अनुकूल अनुभव के लिए नए तरीके खोजे जैसे एनीमेशन, ग्रेडिएंट और ट्रांसफ़र्मेशन।

CSS3 के बाद से, वर्तमान समय में, CSS लेआउट और एनीमेशन को लेकर बहुत से उन्नत फीचर्स आए हैं। CSS4 का विकास भी शुरू हो चुका है, जो एक मजबूत लेआउट सिस्टम प्रदान करने की उम्मीद करता है।

CSS के प्रकार |Types of CSS Kya Hai

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CSS के उपयोग और प्रकार |CSS Kya Hai |CSS In Hindi

CSS के तीन प्रकार होते हैं: Inline CSS, Internal CSS और External CSS।

  1. Inline CSS: Inline CSS वह CSS होता है जो HTML टैग में inline रूप से दिया जाता है। यह सबसे सरल तरीका है CSS का उपयोग करने का और इसे एक्सटर्नल या इंटरनल सीएसएस से अलग होता है।

उदाहरण:

<h1 style="color: blue;">यह एक Inline CSS है।</h1>
  1. Internal CSS: Internal CSS वह CSS होता है जो HTML टैग के भीतर <style> टैग में लिखा जाता है। इसे एक HTML डॉक्यूमेंट में कई टैगों के लिए एक ही स्थान पर बनाया जा सकता है।

उदाहरण:

<!DOCTYPE html>
<html>
<head>
<style>
h1 {
  color: red;
  text-align: center;
}
p {
  font-size: 18px;
}
</style>
</head>
<body>

<h1>CSS Internal Example</h1>
<p>This is an example of internal CSS.</p>

</body>
</html>
  1. External CSS: External CSS वह CSS होता है जो एक अलग सीएसएस फ़ाइल में लिखा जाता है और फिर HTML टैग में <link> टैग का उपयोग करके उस फ़ाइल से संबंधित CSS को लोड किया जाता है। इस प्रकार का CSS एक HTML डॉक्यूमेंट के लिए सबसे अधिक उपयोग किया जाता है जब कई HTML फ़ाइलों में समान एक या एक से अधिक तर्कों का उपयोग करना होता है।

उदाहरण: एक अलग सीएसएस फ़ाइल बनाने के लिए, आपको सर्वप्रथम नई फ़ाइल को बनाना होगा। इसके लिए आप अपने स्क्रीन के ऊपरी भाग में “फ़ाइल” और फिर “नई फ़ाइल” का चयन कर सकते हैं। नई फ़ाइल को सेव करने के लिए, आपको इसे .css फ़ाइल नाम से सेव करना होगा।

जैसे कि आपका CSS फ़ाइल style.css है, आप उसे अपने HTML कोड में जोड़ने के लिए निम्न तरीके का उपयोग कर सकते हैं:

<head>
  <link rel="stylesheet" type="text/css" href="style.css">
</head>

CSS का उदाहरण |Example of CSS Kya Hai

सीएसएस का उदाहरण निम्नलिखित है:

HTML कोड:

<!DOCTYPE html>
<html>
<head>
<title>Example of CSS</title>
<style>
h1 {
color: blue;
font-size: 24px;
}
p {
color: red;
font-size: 16px;
}
</style>
</head>
<body>
<h1>Welcome to my website</h1>
<p>This is an example of CSS.</p>
</body>
</html>

उपरोक्त कोड में, <style> टैग में सीएसएस कोड है। यहां, हमने h1 और p तत्वों के लिए रंग और फ़ॉन्ट आकार निर्धारित किए हैं। इस उदाहरण में, h1 का रंग नीला होगा और इसका फ़ॉन्ट आकार 24 पिक्सल होगा, जबकि p का रंग लाल होगा और इसका फ़ॉन्ट आकार 16 पिक्सल होगा। इस प्रकार सीएसएस कोडिंग के माध्यम से हम वेब पेज के स्टाइल और लेआउट को आसानी से संशोधित कर सकते हैं।

CSS कोडिंग हिंदी में कैसे सीखें |How to Learn CSS Coding in Hindi

CSS कोडिंग सीखने के तरीके

CSS कोडिंग को सीखने के लिए निम्नलिखित तरीके बताए जा रहे हैं:

  1. ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स: विभिन्न ऑनलाइन पोर्टलों जैसे YouTube, W3Schools आदि में CSS कोडिंग से संबंधित ट्यूटोरियल्स उपलब्ध हैं। आप इन्हें देखकर और उनका अभ्यास करके CSS कोडिंग का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
  2. बुक्स: बहुत सारी बुक्स भी CSS कोडिंग के बारे में उपलब्ध हैं। आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही बुक्स का उपयोग कर सकते हैं।
  3. ऑनलाइन कोर्स: आजकल कई वेबसाइट्स ऑनलाइन कोर्स भी प्रदान करते हैं। इन कोर्सेज में आप CSS कोडिंग के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं।
  4. प्रैक्टिस करें: CSS कोडिंग का सीखने का सबसे अच्छा तरीका उसे अभ्यास करना है। अपनी वेबसाइट के लिए एक अलग सीएसएस फ़ाइल बनाएं और उसमें अपनी पसंद के अनुसार CSS कोडिंग करें।
  5. ऑनलाइन समुदाय: आप ऑनलाइन समुदायों में शामिल होकर भी CSS कोडिंग सीख सकते हैं। इससे आपको अन्य लोगों से अपने विचारों और ज्ञान को साझा करने का मौका मिलता है। आप ऑनलाइन फोरम, समुदाय वेबसाइट, ब्लॉग, सोशल मीडिया आदि पर जुड़ सकते हैं जहाँ लोग आपको टिप्स, ट्रिक्स और सलाह देते हैं।

CSS कोडिंग के फायदे |Benefits of CSS coding

CSS कोडिंग के कई फायदे हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  1. वेब पेज के स्टाइल और लेआउट को सुधारने में मदद: CSS कोडिंग से आप वेब पेज के स्टाइल और लेआउट को बहुत आसानी से संशोधित कर सकते हैं। आप अपने स्टाइल शीट में संशोधन करके, समस्याओं को ठीक कर सकते हैं और वेबसाइट को बेहतर बना सकते हैं।
  2. पेज लोडिंग टाइम को कम करने में मदद: CSS कोडिंग के साथ, आप वेब पेज के साइज को कम कर सकते हैं जिससे पेज का लोडिंग टाइम कम होता है।
  3. कोड की दोहराव को कम करने में मदद: CSS कोडिंग में, आप सभी वेब पेज के लिए स्टाइल निर्देशों को एक ही स्थान पर लिख सकते हैं। इससे आपके कोड की दोहराव कम होती है और आपको अधिक समय बचता है।
  4. उन्नत स्थानों के लिए एकीकृत व्यवस्था: यदि आपकी वेबसाइट में कई उन्नत स्थान हैं तो CSS कोडिंग आपको एकीकृत व्यवस्था प्रदान करती है। आप एक ही स्थान पर सभी विवरण निर्देशों को लिख सकते हैं

निष्कर्ष

हम यह समझ चुके हैं कि CSS Kya Hai, CSS कोडिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण टूल है जो वेबसाइट डिजाइन और वेब डेवलपमेंट में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस लेख में हमने CSS Kya Hai CSS को क्या कहते हैं, CSS In Hindi कोडिंग के कुछ उदाहरण, इसके लाभ और CSS कोडिंग सीखने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।

यदि आप CSS कोडिंग के बारे में जानकारी लेने के लिए इस लेख का पालन करते हुए आगे बढ़ते हैं तो आप इस टूल का अच्छी तरह से उपयोग कर सकते हैं और अपने वेबसाइट डिजाइन में और अधिक अच्छाई ला सकते हैं।

अगर आपको यह लेख CSS Kya Hai कैसा लगा या अगर आपके पास कोई CSS कोडिंग से संबंधित सुझाव हैं, तो कृपया हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हमें आपके विचार सुनने में बहुत खुशी होगी।

धन्यवाद।

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