हेलो दोस्तों, यदि आप कभी कंप्यूटर पर काम के होंगे या कंप्यूटर पर किसी भी दुकान पर कभी गए होंगे हो सकता है कि आप स्केनर को जरूर देखे होंगे जिसको एक फोटो या किसी भी प्रकार डॉक्यूमेंट को स्कैन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जब आप अपना फोटो या डॉक्यूमेंट को scanner के अंदर डालते हैं तो यह उसको कान कर लेता है।
क्या आप जानते हैं Scanner क्या होता है , यह काम कैसे करता है, और Scanner कितने प्रकार के होते हैं। आप हमारे साथ अंत तक बने रहिए हम आपको बताने वाले हैं कि स्केनर क्या होता है और स्केनर के सम्बन्धित बहुत कुछ जानकारियां।
Scanner क्या है?
Scanner एक इलेक्टोनिक इनपुट डिवाइस होता है जिसकी सहायता से कोई भी एक यूजर एक हार्ड कॉपी को सॉफ्ट कॉपी में परिवर्तन कर सकता है। सॉफ्ट कॉपी को हम डिजिटल कॉपी भी बोल सकते हैं क्यों की आप उस कॉपी को डिजिटली किसी भी डिवाइस पर स्टोर करके रख सकते है और समय आने पर उसको डिजीटली इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
अब आपके मन में सॉफ्ट कॉपी और हार्ड कॉपी को लेकर सबला रहा होगा की यह होता क्या है। तो आइए जानते हैं सॉफ्ट कॉपी और हार्ड कॉपी क्या होता है।
सॉफ्ट कॉपी क्या है? (Soft Copy)
सॉफ्ट कॉपी एक ऐसा कभी होता है जिसको हम सिर्फ देख सकते हैं पर उसको हम शारीरिक रूप से स्पर्श नहीं कर सकते। Soft copy को हम इलेक्ट्रॉनिक कॉपी भी बोलते हैं। आप कभी ना कभी ऑनलाइन में रिज्यूम या पीडीएफ फ़ाइल जरूर बनाए होंगे। नहीं तो आप कभी MS Word या Google docs पर जरूर कुछ काम किए होंगे। और आप उस फाइल कंप्यूटर में स्टोर करके रखे होंगे। तो वो जो फाइल होता है उस फाइल को आप एक सॉफ्ट कॉपी का उदाहरण ले सकते है।
हार्ड कॉपी क्या है? (hard copy)
हार्ड कॉपी एक ऐसा कभी होता है जिसको हम शारीरिक रूप से स्पर्श भी कर सकते हैं और देख ही सकते हैं। एक कागज पर हमारे कुछ डाटा को हमारा इस्तेमाल के लिए छापते है, उसको बोला जाता है हार्ड कॉपी। हार कभी बनवाने के लिए आपको एक प्रिंटर की जरूरत होती है जो एक ब्लैंक पेपर पर आपके डाटा को छापते हैं। आप कभी किसी नोट्स को जरूर Xerox किए होंगे। Xerox करने के बाद आपको जो कॉपी मिलता है वो होता है हार्ड कॉपी।
अभी हम जब स्कैनर की बात कर रहे थे वहां पर एक शब्द आया जो है इनपुट डिवाइस। तो आइए संक्षिप्त में देख लेते हैं इनपुट डिवाइस क्या होता है और उनके कुछ उदाहरण।
इनपुट डिवाइस क्या है?
इनपुट डिवाइस एक डिवाइस होता है जिसके द्वारा हम हमारे डाटा को कंप्यूटर में इनपुट करा सकते हैं। यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है और हमारा कंप्यूटर का एक हिस्सा है। हम एक इनपुट डिवाइस के द्वारा कंप्यूटर को कुछ कमांड्स दे सकते हैं। Keyboard, Computer Mouse, Lightpen, Microphone यह सब इनपुट डिवाइस का एक उदाहरण है।
अभी आप जान चुके होंगे कि वास्तव में स्केनर का काम क्या होता है? यह देख लेते हैं Scanner कैसे काम करता है?
Scanner केसे काम करते है
किसी भी यंत्रों को काम करने के लिए उसके लिए पहले जरूरत होती है इलेक्ट्रिसिटी। तो आपको Scanner को इस्तेमाल करने के लिए पहले इलेक्ट्रिसिटी के साथ कनेक्ट करना होगा और उसके बाद scanner काम करना शुरू कर देगा। आप scanner चलते वक्त स्कैनर के अंदर एक लाइट को जरूर देखा होगा।
आप जो भी चीज को स्कैन करना चाहते हैं वो आप की फोटो हो या किसी भी प्रकार के डॉक्यूमेंट, उसको पहले Scanner के अंदर डालना पड़ेगा। Scanner में बहुत सारे Button होते हैं उनमें से जो बटन Scan करने के लिए होता है उसको दबाने से उसका अंदर पहले से लगा हुआ लाइट के माध्यम से आपका डाक्यूमेंट्स को स्कैनिंग करने लगेगा। उसके बाद स्कैनर आपका डॉक्यूमेंट को उस ओरिजनल फॉर्म में परिवर्तन करदेगा और उसको एक डिजिटल फॉर्म के रूप में बदलदेगा।
Scanner के प्रकार
आम तौर पर स्केनर तीन प्रकार के होते हैं। अरे देख लेते हैं वो तीन प्रकार के स्कैनर क्या-क्या है और उनका कुछ विशेषताएं।
हैंड हेल्ड स्कैनर(handheld scanner)
आप उसके नाम से पता लगा चुके होंगे कि इस प्रकार के स्कैनर को हम अपने हाथों से ऑपरेट कर सकते हैं। यह स्कैनर आकार में छोटा होता है। आकार कम होने के कारण इसका वजन भी काफी कम होती है। इसका प्रिंटिंग क्वालिटी दूसरा प्रिंटर से कम होती है और प्रिंटिंग करने के लिए काफी कम एरिया मिलता है। इसका दाम भी अलग स्कैनर से काम होती है।
फ्लैट बेड स्कैनर (Flat Bed Scanner)
इस प्रकार का scanner आकर में सबसे बड़े होते हैं और इसका वजन भी ज्यादा होता है। स्केनर में कुछ समतल Surface होते है और इसके अंदर आपको अपना डॉक्यूमेंट को स्कैन करने के लिए रखना होता है। इस प्रकार की स्केनर बहुत महंगा होता है और इसमें फोटो या डॉक्युमेंट का स्कैनिंग क्वालिटी बहुत अच्छा होता है। इसमें स्कैन करने के लिए काफी जगह मिल जाते हैं। यह अब तक के सबसे बेस्ट स्कैनर रहा है।
ड्रम स्कैनर (Drum scanner)
यह साइज में ना सबसे छोटा होता है ना सबसे बड़ा होता है। इसमें स्कैनिंग करने के लिए भी कुछ ठीक-ठाक सा जगह मिल जाता हैइसका दाम की बात किया जाए तो एक Medium price औसत मूल्य में मिल जाते हैं। यह एक फैक्स मशीन की तरह काम करता है। बीकानेर के अंदर पहले से एक Drum लगा हुआ होता है। जब हम इसके अंदर कुछ स्कैन करने के लिए डाक्यूमेंट्स डालते हैं तो यह Drum उसके अंदर Roll होकर स्कैन कर लेता है।
Conclusion
आज हमने देखे के स्केनर क्या होता है और स्केनर के कितने प्रकार होते हैं। उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा। यदि आप स्कानेर के बारे में और कुछ पूछना चाहते हैं या स्केनर के बारे में कुछ बताना चाहते हैं तो आप हमारा कमेंट बॉक्स में हमको बता सकते हैं। हम सदा दूसरे रीडर्स का कमेंट्स को ज्यादा ध्यान में रखते हैं। आप चाहे तो हमको हमारा सोशल मीडिया में फॉलो कर सकते हैं वहां पर भी हम बहुत अच्छी-अच्छी चीजें डालते रहते हैं। धन्यवाद।