हम जानते हैं कि कंप्यूटर में बहुत सारे पार्ट्स जुड़े होते हैं अगर किसी एक भी पार्ट्स ना हो तो हम काम नहीं कर सकते। उन्हीं बहुत सारे पार्ट्स में से एक पार्ट्स का नाम होता है हार्ड डिस्क ड्राइव जिसे HDD भी कहा जाता है।
हार्ड डिस्क ड्राइव
यह एक non volatile डिवाइस है जिसका इस्तेमाल long-term basis पर डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। हार्ड डिस्क एक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस है जो हम कह रहे हैं कि non volatile डिवाइस है, यानी कि इसमें हम डाटा रख रहे है वो long term basis के लिए है भले ही आप कंप्यूटर को ऑफ कर दें पर अगर तुम इस को सेव करके रखा है अपना हार्ड डिस्क में या कंप्यूटर सिस्टम में तो आपका डाटा कहीं नहीं जाएगा। और जब भी आप आपका कंप्यूटर ऑन करोगे तो आपको आपका डाटा मिल जाएगा।
इसकी स्टोरेज कैपेसिटी बहुत अच्छी होती है मतलब यह ज्यादा से ज्यादा डाटा को स्टार्ट करके रख सकता है। इसमें हम music, video, file,आदि को स्टोर करके रखते हैं। जो हार्ड डिस्क है वो मैग्नेटिक मटेरियल कोटेड डिस्क होता है या हम कह सकते हैं कि हार्ड डिक्स मैग्नेटिक मैटेरियल्स से लेपित होती है।
अगर हम फ्लॉपी डिस्क की बात करें तो यह अब इस्तेमाल नहीं किया जाता है क्योंकि बहुत सारे अलग से डिवाइस आजकल इस्तेमाल किया जाता है जैसे पेन ड्राइव वगैरह और अगर हार्ड डिस्क की बात करें तो यह फ्लॉपी डिस्क से बहुत तेजी से काम करता है। और ज्यादा डाटा भी स्टोर करके रख सकता है।
हार्ड डिस्क एक इलेक्ट्रो मैग्नेटिक डाटा स्टोरेज डिवाइस है जो डिस्क या प्लाटर की सहायता से डिजिटल इंफॉर्मेशन को read करके उससे स्टोर करता है। यह एक ऐसा मशीन है जो हमारा डाटा को स्टोर करता है और इस्तेमाल करने के लिए सेफ रखता है। यह कंप्यूटर के अंदर केबल के सहारे मदरबोर्ड से जुड़ा होता है और अगर हम चाहे तो उसको भी बाहर निकल सकते हैं।
कंप्यूटर में 2 तरीके की मेमोरी होती है एक है प्राइमरी मेमोरी दूसरा है सेकेंडरी मेमोरी।
Primary memory
Primary memory को मुख्य मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है, जो मेमोरी यूनिट सीपीयू से सीधा संवाद करती है उसे प्राथमिक मेमोरी कहा जाता है। इसे वोलेटाइल मेमोरी भी कहा जाता है क्योंकि जब तक बिजली इसी मेमोरी में रहता है तब तक इसमें रखा गया डाटा सेव रहता है लेकिन जब बिजली बंद हो जाता है तो इस मेमोरी में रखा गया डाटा डिलीट हो जाता है।
Secondary memory
Secondary memory को सहायक मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है और इसका उपयोग स्थायी रूप से डेटा और प्रोग्राम को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इस तरह से डेटा और प्रोग्राम वापस आ जाता है जब बिजली बंद हो जाती है।
हार्ड डिस्क के प्रकार
अगर भागों की बात किया जाए तो इसको चार भागों में विभाजित किया गया है। इन चार भागों को उनकी अलग-अलग कैपेसिटी और क़्वालिटी के हिसाब से ही विभाजित किया गया है।
PATA
इसका पूरा नाम है Parallel Advanced Technology Attachment. यह सबसे पुराने वाले हार्ड डिस्क है। ये 80 इंटरफ़ेस की सहायता से कंप्यूटर से जुड़े होते हैं। 1985 से 1987 के बीच में इसका खूब इस्तेमाल किया गया। इसका डाटा ट्रांसफर रेट बहुत ही स्लो था लगभग 133mbps. अगर आप अभी एक PATA ढूंढोगे मार्केट में जाकर तो यह देखने को नहीं मिलेगा क्योंकि इसका नामोनिशान मिट चुका है मतलब यह अभी मार्केट में अवेलेबल नहीं है।
SATA
इसका पूरा नाम है Serial Advanced Technology Attachment. यह PATA से थोड़ा एडवांस थी। इनका डाटा ट्रांसफर रेट लगभग 500mbps हो सकता था। इसका शुरुआत 2001 में हुआ था। यहां पर Hot swapping की पॉसिबल होता है। Hot swapping का मतलब होता है अगर आप एक हार्ड ड्राइव को निकाल कर कोई दूसरा हार्ड डिस्क भी वहां पर लगा सकते हो windows on होने के टाइम पर भी।
SCSI
इसका पूरा नाम है Small Computer System Interface. इसका डाटा ट्रांसफर स्पीड बहुत ज्यादा होता है और SATA और PATA से तो काफी अधिक स्पीड होती है। इसको कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए स्माल कनेक्टर इंटरफ़ेस का सहारा लेती है। इनका डाटा ट्रांसफर रेट 700MBPS के आसपास हो सकता है। जाहिर सी बात है कि यह ज्यादा फास्ट और एडवांस्ड है।
ये 16 पेरीफेरल डिवाइस को कनेक्ट कर सकता है। यह इसकी बेसिक पर्पस है जिसकी वजह से हम SCSI को इस्तेमाल करते हैं। इसमें उपकरणों और SSC बस के बीच डेटा स्थानांतरित करने के लिए एक नियंत्रक है। यह या तो मदरबोर्ड पर एम्बेड किया गया है या एक होस्ट एडाप्टर सम्मिलित किया गया है एक होस्ट एडाप्टर सम्मिलित करें एक होस्ट एडाप्टर को मदरबोर्ड पर एक विस्तार स्लॉट में डाला जाता है।
SSD
इसका पूरा नाम है Solid State Drive. यह सबसे लेटेस्ट डिस्क ड्राइव में आता है। यह पुराने वाले हार्ड डिस्क ड्राइव से ज्यादा तेज है। इसका आकार अगर HDD से तुलना करें तो थोड़ा छोटा होगा और यह उसे थोड़ा महंगा है।
हार्ड डिस्क रंग का मतलब
चलिए बात करते हैं जो हार्ड डिस्क में जो भी कलर होता है उसका क्या मतलब होता है। अगर आप कोई भी एक्सटर्नल हार्ड डिस्क खरीदते हैं तो उसमें कोई कलर का अंतर नहीं होता है, आप चाहो तो किसी भी कलर को खरीद सकते हो पर अगर आप लैपटॉप के अंदर या पीसी बिल्ड करना चाहते हो तो आप देखते हो कि उसके अंदर कौन सा कलर है होना चाहिए और यह बात आपको जानना बहुत जरूरी है। यह कलर के हिसाब से ही काम होता है।
BLUE HDD
नीले HDD आज कल हर कंप्यूटर में या लैपटॉप में इस्तेमाल होता है अगर कुछ डाटा को कॉपी करना हो या फिर नॉर्मल चीज चलाना है तो यह सही चलता है। इसमें कोई भी खराब ही देखने को नहीं मिलती।
GREEN HDD
हरा HDD नॉर्मल इस्तेमाल के लिए है। यह मुख्यतः सेकेंडरी इस्तेमाल के लिए स्टोरेज के लिए काम आता है। अगर आप कुछ स्टोर करना चाहते हो जैसे कि music, videos, आदि तो उसको कर सकते हो।
BLACK HDD
कला HDD pro user के लिए होता क्योंकि इसमें जो भी करना हो वीडियो एडिट वगैरह भी करना हो तो काफी अच्छे से चलता है। यह काल HDD बहुत अच्छे काम करते हैं और यह नीला और हरा HDD से थोड़ा महंगा है।
PURPLE HDD
आप बहुत सारे जगह पर देखे होंगे जैसे दुकान,शॉपिंग मॉल,ऑफिस,आदि जगह पे जो कैमरा लगा होता है उसका जो डिस्प्ले होता है या मॉनिटर होता है उसीकी स्क्रीन के लिए पर्पल एचडीडी का इस्तेमाल किया जाता है। यह रीड उतना अच्छा नहीं करता लेकिन राइट बहुत अच्छा करता है। अगर आप कहीं पर सीसीटीवी लगाना चाहते हैं तो आप पर्पल कलर का HDD ही लगाए।
GOLDEN HDD
इसका इस्तेमाल बहां पर किया जाता है जहां पर काफी सारे काम होती है जैसे कि बड़ी-बड़ी कंपनियों में बहुत सारे काम रहता है तो उनको ज्यादा रीड ओर राइट करना पड़ता है इसलिए इसका इस्तेमाल वहां पर किया जाता है। अगर आप इससे मार्केट में खरीदने के लिए जाएंगे तो बहुत कम जगह पर यह देखने को मिलेगा क्योंकि इसका दाम ज्यादा होता है।
RED HDD
यह जो लाल HDD होता है यह server, data centre, network sharing के लिए इस्तेमाल होता है। यह भी काफी अच्छा काम करता है लेकिन यह नॉर्मल यूजर के लिए नहीं है अगर आप कोई server का इस्तेमाल करते हो या किसी को डाटा शेयर करते हो तो आपके लिए यह सही है।
कोनसा रंग का HDD अच्छा होता है
अगर आपको नॉर्मल काम करना हो जैसे कि ऑडियो सुनना हो वीडियो एडिटिंग करना हो ऐसा काम करना हो तो आपको काला HDD लेना चाहिए क्योंकि इसमें अच्छा रीड और राइट होती है,और अगर आपको कोई बड़ा काम करना हो तो जैसे कि कोई server चलाना हो तो रेड लीजिए और अगर कोई कंपनी के लिए लेना चाहते हो तो गोल्डन लीजिए क्योंकि यह ज्यादा से ज्यादा काम कर सकता है।
इसी लिख के लिए अंतिम लिख
दोस्तो आज हमने सिखा की हार्ड डिस्क ड्राइव होता क्या है और ये कितने प्रकार का होते है और हार्ड डिस्क में जो कलर होता है उसका मतलब ।उमीद करता हूँ कि आपको ये लिख जरूर पसंद आया होगा। अगर आप इसी लिख के बारेमे कुछ राय देने चाहते हो तो कमेंट में लिखिए और अभीतक हमे subscribe नेही किया तो जल्दही जाके subscribe कर दीजिए ताकि हमारा सारी पोस्ट आपके जरिये पोहोंचे जाएगा। धन्यवाद