दोस्तो आप कभी ना कभी QR code का नाम जरूर सुना होगा और आप उसको किसी भी पैकेट, बुक्स के ऊपर जरूर दिखा होगा। आजकल क्यूआर कोड का इस्तेमाल बहुत बढ़ते जा रहे हैं। क्यूआर कोड को कई लोग उनके विजिटिंग कार्ड, दुकान के आगे और उनके किसी और प्रोडक्ट पर लगाते हैं।
आखिर QR code क्या होता है और यह कैसे काम करता है। आज हम यह सब सीखने वाले हैं। और भी सीखने वाले हैं QR code को कौन बनाया था और QR code को इस्तेमाल करने से हम को क्या-क्या फायदा मिलता है। आप हमारा यह लोग को अंत तक पढ़ते रहिए और हम आपको बताएंगे कि यह सब क्या होता है।
Printer kya hai aur iske prakar
QR code(Quick Response Code) kya hai?
QR code जिसका पूरा नाम है Quick Response Code. यह भी एक प्रकार का बारकोड है पर इसको बार कोड का एक अपग्रेडेड वर्जन बोल सकते हैं। यह एक 2D (Two Dimentional) बारकोड है। इसका पहले वाला बार कोड को one dimensional bar code बोला जाता था जिसमे कई सारे Vertical Lines होते थे।
Bar code में काफी काम स्टोरेज होता था जहां पर QR code में उससे 350% गुना ज्यादा स्टोरेज होता है और आप Bar code की तुलना से आप बहुत सारे डाटा को स्टोर करके रख सकते हैं।
QR code(Quick Response Code) दिखने में एक बॉक्स की तरह(Box-Shaped) दिखता है। इसके अंदर बहुत सारे छोटे छोटे बॉक्स होते है। आप इसे प्रकार Image को किसी भी प्रकार के टिकट, आधार कार्ड,किसी प्रकार के प्रोडक्ट के उपर देखने को पाएंगे।
QR code की परिभाषा-Defination of QR code
QR code एक तरह की उन्नत तकनीक है जिसके द्वारा आप अपने किसी भी प्रकार के डाटा को (Contact No, Photo, Document, Message, Link) इत्यादि को encrypted करके स्टोर कर सकते हैं और किसी यूजर को भेज सकते हैं। QR code बार कोड का अपग्रेडेड वर्जन है जो 1994 में आया था।
QR code kaise kaam karta hai
Bar code में काफी कम स्टोरेज होता था इसीलिए इसमें ज्यादा डाटा को memory में स्टोर करके रखना असंभव था इसीलिए QR code का अविष्कार हुआ। QR code में कुछ खरोंच आ जाए तो आप उसको काफी हद तक आप Read कर सकते हैं पर Bar code में इसको read करना नामुमकिन है। इस कुछ Reason से QR code का अविष्कार हुआ। तो आइए जानते है QR code kaise kaam karte hein.
क्यूआर कोड में बहुत सारे चीज होता है। आप जरूर इसको देखे होंगे।
उसकी बारकोड में 3 साइड में एक बड़े-बड़े ब्लॉक्स होते हैं जो कि यह ये दर्शाते हैं को उसकी एलाइनमेंट कैसा है। मतलब आप मोबाइल में क्यूआर कोड को जिसी भी साइड से स्कैन करोगे तो आपको सही रिजल्ट प्रदान करेगा।
QR code के अंदर बहुत सारे Black Box होते हैं उनमें से कुछ बॉक्स denote करते हैं उसकी साइज को, जब आप किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन करता है वह उस उस का नर को बताते हैं कि यह क्यूआर कोड कितना बड़ा है। उसी कोड में स्तित 3 बड़े बड़े बॉक्स के साइड में कुछ बॉक्स टाइप का होते हैं जो दर्शाता है उनका Error Correction Level को।
QR code में कुछ बॉक्स Masking के लिए इस्तेमाल होते हैं एक आसान भाषा में समझाऊं तो आपका डाटा कैसे मिक्स हो रहा है। आप नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं की QR code kaise kaam karte hein.
QR Code का आविष्कार किसने और कब किया था?
1994 में QR code का अविष्कार हुआ था। QR code को Denso Wave के तरफ से तयार किया गया था जो की जापान की एक कंपनी है। Denso Wave कंपनी के एक Engineer Hara Masahiro इसका अविष्कार किए थे। पहले ये Automobile पार्ट्स का हिसाब रखने के लिए इस्तेमाल हुआ करता था। इसके द्वारा वो डाटा को इकट्ठा किया जाता था।
Difference between QR code and Barcode
QR code | Bar code |
इसका आविष्कार 1994 में हुआथा। | इसका अविष्कार 1948 में हुआथा। |
इसमें हम कोई भी डाटा को सेव कर सकते हैं जैसे कि किसी भी प्रकार का phone number, audio, video, message, etc. | इसमे हम numeric डेटा को store कर सकते है। |
ये barcode के तुलना से 350 गुना ज्यादा storage capacity होता है। | इसका storage capacity कम होता है। |
अगर ये इसमे कोईभी खराबी आ जाए तो फिर भी ये बिना कोई परेशानी से काम करेगा। | अगर इसमें कोई भी खराब हो जाए हो जाए मतलब अगर यह टूट जाए या फट जाए तो इसको हम रीड नहीं कर नहीं कर तो इसको हम रीड नहीं कर नहीं कर सकते या recovery भी नहीं कर सकते। |
QR-code का फायदा
इसीके माध्यम से आप किसी भी डाटा को कुछ समय के लिए स्टोर कर सकते हैं और कोई भी यूजर इसको पढ़ सकते हैं तो इसी प्रकार में हम बहुत सारे कम QR-code से कर सकते हैं जथा:
- इसकी मदत से आप अपना contact information शेयर कर सकते हो।
- लोग इसको विजिटिंग कार्ड में लगाते हैं ताकि लोग इसको पढ़ सके और उसी डाटा को अपने मोबाइल में स्टोर कर सके।
- अगर आपका कोईभी website है या फिर कोईभी YouTube चैनल हो तो उसी का link को आपकी QR code के माध्यम से एंक्रिप्ट करके भेज सकते भेज सकते हैं ताकि जब वह उसी code को स्कैन करेगा, उसी के जरिए आप को दिया गया एड्रेस पर पहुंचा दिया गया एड्रेस पर पहुंचा पर पहुंचा देगा ।
- अगर आप अपना Wi-Fi router का password किसी को भी बताना नहीं चाहते तो आपकी इसीके माध्यम से भी उसी password को शेयर कर सकते हैं।
- इसी के जरिए आप अपना बैलेंस ट्रांसफर या रिसीव कर सकते हैं जैसे कि petrol pump, shopping mall, etc.
क्यू आर कोड कैसे इस्तेमाल करें
क्यूआर कोड का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। हर किसी के पास इसके बारे में अच्छे से जानकारी हो तो कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है। आइए देख लेते हैं क्यू आर कोड को केसे इस्तेमाल करें।
- पहले Play Store में जाकर कोई भी QR code scanner को डाउनलोड करे। बहुत सारे एप्लिकशन प्ले स्टोर में उपलब्ध है जेसे की क्यू आर कोड स्कैनर,क्यू आर कोड रीडर इत्यादि।
- एक एप्लीकेशन में जो भी परमिशन मांगता है उसको एक्सेस कर दिजिए और camera से क्यू आर कोड को स्कैन करदीजिए जिसको आप स्कैन करना चाहते हैं।
- स्कैन करने के बाद आप उस पेज पर या उस डाटा आपको मिल जाएगा जिसके आप तलाश कर रहे थे।
आज आपने क्या सीखा
आज अपने शिखा की क्यू आर कोड क्या होता है और केसे ये काम करता है। हमारा सदा ये कोसिश रहता है की आप केसे क्यू आर कोड के बारे में हर चीज सबको सीखने को मिले इसलिए हम सारी जानकारी आपको बहुत ही आसान भाषा में प्रदान करने को कोशिश करते है। यदि आप क्यू आर कोड के बारे में ज्यादा जानकारी हम को देना चाहते हैं तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर दीजिए ताकि हमारे दूसरे रीडर्स को भी इसके बारे में जानने को मिले। आप हमको हमारे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते हैं। धन्यवाद।