चार्जर में इस्तेमाल हो रहा सभी प्रतीक
एक मोबाइल के चार्जर में बहुत सारे sign होते हैं और उसका कुछ ना कुछ मतलब होता है जो कि आपको जानना बहुत जरूरी है ताकि यह आपकी काम आ सके।
Double square symbol
यह double square का मतलब है कि हमारा जो charger का तार होता है वह इसी तरह से डिजाइन किया गया है ताकि अगर तार में कोई भी खराबी आ जाए और तार के ऊपर वाला लेयर कट जाए तो भी आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि यहां पर डबल लेयर होता है।
अगर आप कोई भी लोकल से charger लेते हो तो यह symbol है कि नहीं जरूर देखना ताकि आप खतरे से बच सकें अगर आप यह ना देखें इस्तेमाल करते हो और वह charger double insulated नहीं होगा तो आपको शौक लगने का खतरा हो सकता है।
‘V’ Symbol
यह जो प्रतीक ‘V’ की तरह दिखाई देता है यह असल में ‘V’ नहीं है यह ‘5’ लिखा हुआ है क्योंकि Roman में 5 को V लिखते हैं अगर आपके मोबाइल में यह सिंबल है तो आप समझ जाना कि आपका चार्जर का efficiency level 5 है। और अगर कोई चार्जर पर ये प्रतीक नहीं है तो उसे safe नहीं माना जाता।
Home symbol
यह प्रतीक का मतलब होता है कि आपका जो चार्जर है वह आप घरों की current में ही इस्तेमाल करें,घर के बाहर वाले जगह पर नहीं जिसमें high voltage हो,क्योंकि घर में एक limited current रहता है या फिर जो 220volt का करंट आता है उसी पर इस्तेमाल करें।
अगर आप एक ऐसा जगह पर इस्तेमाल करते हो जहां पर high voltage हो या फिर direct sunlight से तो यह blast हो सकता है जो कि आपके लिए बहुत बड़ी समस्या हो सकता है। तो यह प्रतीक अपने चार्जर पर देने का मतलब है उसी को घरों में ही इस्तेमाल करें ना कि घर के बाहर जहां high voltage का current आ रहा हो।
Dustbin symbol
आपको अपना चार्जर पर एक dustbin का प्रतीक दिखाई देगा जिस प्रतीक का मतलब है अगर आपकी चार्जर में कोई खराबी आ जाए तो उसको dustbin में या फिर बाहर यहां वहां ना फेंके बल्कि उसी चार्जर को उसी कंपनी को लौटा दे ताकि वह यह चार्जर को मरामत कर सके।
लेकिन बहुत सारे लोग खराब चार्जर को को कंपनी वालों को ना लौटाके उसी को बाहर या dustbin में फेक देते हैं,लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए ओर अगर आप ऐसा करते हो तो ये कोईभी problem की बजेसे blast हो सकता है।
IS/IEC symbol
अगर आपकी चार्जर पर यह प्रतीक है तो इसका मतलब है कि आपके जो चार्जर है वह सभी standard testing से होकर गुजरा है,जो यह दर्शाता है कि जो आपका मोबाइल का चार्जर है वह अच्छी quality का है और उसी चार्जर को safety के ध्यान में रखकर बनाया गया है। और आप उसे आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं बिना कोई परेशानी से।
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मोबाइल चार्जिंग के समय ये गलतियां ना करें
- बहुत सारे लोग अपने मोबाइल में बिल्कुल चार्ज खत्म होने के बाद ही फोन चार्ज में लगाकर रखते हैं लेकिन यह गलत बात है,जब भी आपका मोबाइल 20 या 30 प्रतिशत बच्चा होगा तब आपको फोनको चार्ज पर लगाना चाहिए और जब 80 से 90 प्रतिशत चार्ज हो जाएगा तब आपको चार्ज off कर देना है।
- आपका मोबाइल charger होते समय एक साधारण जगह पर रखना चाहिए जहां पर ज्यादा गर्मी ना हो और ज्यादा ठंडा भी ना हो। और अगर एक ऐसा जगह पर रखते हो जहां पर ज्यादा गर्मी हो तो आपका मोबाइल heat हो जाएगा और ज्यादा ठंडी जगह पर रखते हो तो मोबाइल ज्यादा cool हो जाएगा जो कि मोबाइल के ऊपर खराब असर पड़ सकता है।
- 95 प्रतिशत लोग फोन को चार्ज पर लगाते समय back cover को निकालते नहीं है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि back cover बैटरी के एकदम पास ही होता है जिसके कारण मोबाइल ज्यादा हिट हो जाता हो।
- आप आपका मोबाइल को अपना ही चार्जर पर चार्ज कीजिए इसी के अलावा किसी दूसरे का चार्जर पर चार्ज मत कीजिए,अगर किसी और के चार्जर में चार्ज करते हो तो आपका बैटरी खराब होने का बहुत chances है। अगर आपके पास आपका original चार्जर नहीं है तो आप किसी branded चार्जर का इस्तेमाल कर सकते हो लेकिन चार्जर का इस्तेमाल ना करें।
- Fast charging के लिए कोई भी application का इस्तेमाल ना कीजिए क्योंकि ये आपको चार्ज जल्दी नहीं बल्कि देर कर देगा और अगर तेजी से चार्ज करता है तो भी यह आपके बैटरी के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है।
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रात भर फ़ोन चार्ज करने से खराब होता है ?
पुराने जमाने का जो फोन आता था उसी को अगर आप रात भर चार्जिंग पर लगा लेते हो तो वह फोन का बैटरी खराब हो जाता था या फिर blast भी हो जाता था, लेकिन आज का जमाने में जो फोन आता है उसी फोन को अगर आप रात भर भी चार्ज पर लगा लेते हो तो कुछ भी नहीं होगा क्योंकि जब आपका मोबाइल 100% चार्ज हो जाएगा तो automatic charging off हो जाएगा,इसलिए आप बिना परेशान हुए आपका फोन चार्ज पर रात भर लगा सकते हैं।
Difference between Original and Fake charger in Hindi
ORIGINAL CHARGER | FAKE CHARGER |
इसका जो USB कनेक्ट करने के लिए जो भी hole होगा वह बिल्कुल सही तरीके से बनाया गया होगा और देखने में बिल्कुल perfect साइज ही होगा। | इसका corner जो होगा वो सही तरीके से नही बनाते है जोकि दिखनेमे original charger से बिल्कुल अलग है। |
इसमे जो USB कनेक्टर आता है अगर उसी USB को मोबाइल से कनेक्ट करेंगे तो यह बिल्कुल luck हो जाएगा और space नहीं बचेगा। | इसमे जो USB कनेक्टर आता है अगर उसी USB को आप मोबाइल से कनेक्ट करोगे तो यह बिल्कुल सही तरीके से luck नहीं होगा जहां पर उन दोनोके बीचमे थोड़ा space क्सिकहै देगा। |
इसका जो adaptor होता है वो थोड़ा भारी होता है,ओर इसका जो cable होता है वो थोड़ा hard होता है। | इस्का जो adaptor होता है वो original charger से थोड़ा हलका होता है, ओर इसका जो cable होता है हो थोड़ा soft होता है या थोड़ा ढीला type का होता है। |
इसके USB connector में एक प्रतीक होता है जो बिल्कुल sahi तरीके से बनाया होता है। | इसका USB कनेक्टर में कोईभी प्रतीक नेही होता और अगर किसीमें होता है तो उस प्रतीक दिखनेमे original चार्जर की आकर से बड़ा होता है। |
Phone को चार्ज में लगाते समय कॉल पे बात ना करें
अगर आपके पास मोबाइल और चार्जर original का है तो आप मोबाइल को चार्ज पर लगाकर बात कर सकते हो, ये करने से उतना ज्यादा खतरा नहीं है लेकिन फिर भी थोड़ा बहुत तो खतरा होता ही रहता है।
लेकिन आपको इसीलिए मना किया जाता है कि ये फोन को चार्ज पर लगाते समय बात ना करें क्योंकि आपका फोन एक high volt(220V) से कनेक्ट होता है तो बात करते समय अगर आपकी power point में शॉर्ट सर्किट की वजह से कोई भी problem हो तो आपका मोबाइल कभी भी blast हो सकता है जो कि आपके लिए एक बहुत बड़ी गलत बात है।
लेकिन अगर आपके बैटरी या charger local का हो तो उसको चार्ज पर लगाकर बात बिल्कुल ही ना किया करें क्योंकि इसमें बहुत ही ज्यादा खतरा होता है।
अंतिम शब्द
आज आपने शिखा की चार्जर में जो सिंबल होता है उसका मतलब क्या होता है, मोबाइल को चार्ज पे लगते समय क्या क्या नेही करना चाहिए,original ओर fake चार्जर को कैसे पहचाने,आदि। उमीद करता हूँ कि आपको ये लिख जरूर पसंद आया होगा,अगर पसंद आया है तो अपना राय कमेंट में जरूर दे। धन्यवाद