आजकल जब हम इंटरनेट पर सर्चिंग करते हैं, तो हमारी आँखों के सामने “WWW” शब्द दिखता है। क्या आप जानते हैं कि इसका मतलब क्या है और यह कैसे काम करता है? इस आर्टिकल में, हम “WWW Kya Hai?” के बारे में जानकारी देंगे और इसका महत्व समझेंगे।
WWW का अर्थ क्या है? |What Is WWW In Hindi?
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का अर्थ है दुनिया भर में वितरित जानकारी के एक संग्रह जो इंटरनेट पर उपलब्ध होता है। इसमें दुनिया भर के लाखों वेबसाइट्स और वेब पेज शामिल होते हैं जो विभिन्न विषयों से जुड़े होते हैं। वेब पेज के माध्यम से हम दुनिया भर के लोगों से जुड़ सकते हैं और अपनी जानकारी और विचारों को साझा कर सकते हैं।
आज की दुनिया डिजिटल होती जा रही है। सारी जानकारी और सुविधाएं इंटरनेट के जरिए हमें मिलती हैं। इंटरनेट की दुनिया को आधुनिक दुनिया का सबसे बड़ा अविष्कार माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट का मूल आधार क्या होता है? इसके बिना इंटरनेट का अस्तित्व संभव नहीं हो सकता। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं WWW की जिसे अंग्रेजी में “World Wide Web” कहा जाता है। आइए जानते हैं कि WWW क्या होता है और इससे जुड़े अहम तथ्य क्या हैं।
WWW का फुल फॉर्म |Full Form Of WWW In Hindi
WWW का पूरा नाम वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) होता है। WWW का पूरा नाम वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) होता है।
WWW का इतिहास |History of WWW in Hindi
WWW का इतिहास 1989 में टिम बर्नर्स-ली ने लिखी गई एक पत्रिका में प्रकाशित एक प्रस्ताव से शुरू हुआ। उन्होंने एक संगठन के रूप में उसे समर्थन दिया जो इंटरनेट पर एक विस्तृत दस्तावेज़ संग्रह को जोड़ने के लिए एक समान और व्यापक तरीके से समझौता करता है।
उन्होंने एक साधारण एपीआई (Application Programming Interface) के रूप में उसे परिभाषित किया, जिसका नाम HTTP (HyperText Transfer Protocol) था। इस तकनीक का उपयोग इसे संचालित करने के लिए किया जाता है। यह एक अनुरोध प्रोटोकॉल है जो सेवाओं के बीच संचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जैसे वेबसाइट्स, इमेल आदि।
1991 में, टिम बर्नर्स-ली ने पहली वेबसाइट को भी बनाया, जो उनके कंपनी के लिए एक ब्राउज़र परिचय करने के लिए था। बाद में, वह नेक्सस नामक एक वेब ब्राउज़र भी बनाया।
उन्होंने HTML (Hypertext Markup Language) भी विकसित किया, जो दस्तावेजों को बनाने के लिए एक टैगिंग भाषा है। यह एक प्रोग्रामिंग भाषा नहीं है, बल्कि यह एक टैगिंग भाषा है जो ब्राउज़र को बताती है कि दस्तावेज की विभिन्न भागों को दिखाने या छिपाने कैसे होता है।
1993 में, टिम बर्नर्स-ली ने संसाधन वर्णन संग्रह (Resource Description Framework) का विकास किया, जो संदर्भ संदर्भों को संग्रहीत करने के लिए एक दृश्यता जारी करता है। यह एक मेटा-डेटा प्रोटोकॉल है, जो वेब संचार के लिए उपयोग किया जाता है।
1994 में, टिम बर्नर्स-ली ने World Wide Web Consortium (W3C) की स्थापना की, जो एक अंतरराष्ट्रीय मंडल है जो वेब डिजाइन, संचार और संरचना के मानकों को निर्धारित करता है। W3C ने वेब प्रोटोकॉल, HTML, CSS और अन्य स्टैंडर्ड तकनीकों को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बाद में वर्णित तीन खास पड़ाव जो विशेष रूप से वेब ने संभाला है वे हैं –
- Web 2.0: वेब 2.0 एक नया संस्करण था जो उन दिनों आया था जब लोग स्वयं आवाज़ उठाने लगे और सामान्य उपयोगकर्ता अपनी जानकारी अंतरण करना शुरू कर दिया था। वेब 2.0 के दौरान अब उपयोगकर्ताओं को विभिन्न सामग्रियों को साझा करने और समूहों द्वारा निर्मित सामान्य सामग्री का उपयोग करने की अनुमति थी। इस दौरान वेब एप्लिकेशनों की विस्तार की अनुमति थी और सोशल मीडिया भी जन्म लिया।
- Mobile web: मोबाइल फोनों के आगमन के साथ, लोग अब अपने मोबाइल फोन के माध्यम से वेब पर जा सकते हैं। इसका मतलब है कि अब लोग अपने संचार उपकरण के माध्यम से किसी भी समय वेब पर जा सकते हैं। वेब साइटों को अब उनके मोबाइल फोनों के लिए अनुकूलित करना आवश्यक हो गया था।
- Semantic web:सेमांटिक वेब एक वेब होता है जिसमें सामग्री को अपने साथ साथ मेटाडाटा भी होता है, जो उस सामग्री की अर्थपूर्णता को समझने में मदद करता है। यह वेब प्रौद्योगिकी के अगले दौर को दर्शाता है, जिसमें वेब डेटा को मशीनों द्वारा समझे जाने की क्षमता थी। सेमांटिक वेब विकास का एक मुख्य केंद्र था जो वेब डेटा को मशीनों के लिए संरचित बनाने के लिए जारी रखा गया था। इससे डेटा खोजने और संबंधित सामग्री ढूंढने का काम भी आसान हो गया।
इन सभी पड़ावों के साथ, वेब ने हमेशा से लोगों के जीवन को सरल बनाने में मदद की है। आजकल हम इंटरनेट के माध्यम से कुछ भी खोज सकते हैं और दुनिया भर में अन्य लोगों से जुड़े रह सकते हैं। वेब के विकास का सफर अभी भी जारी है और इसकी भविष्यवाणियों में संदेह नहीं है कि इससे हमारे जीवन को और भी सरल और आसान बनाने में मदद मिलेगी।
वर्ल्ड वाइड वेब के कार्य |Functions of World Wide Web
- संचार (Communication) – वर्ल्ड वाइड वेब यूजर को इंटरनेट के माध्यम से एक दूसरे से संचार करने की सुविधा प्रदान करता है। उपयोगकर्ता ईमेल, चैट, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से आसानी से संचार कर सकते हैं।
- जानकारी (Information) – वर्ल्ड वाइड वेब से यूजर विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि खबरें, वेबसाइट, ब्लॉग, ई-बुक्स, वीडियो, फोटो आदि।
- समाजीकरण (Socialization) – वर्ल्ड वाइड वेब से उपयोगकर्ता सोशल मीडिया के माध्यम से अपने मित्रों, परिवार और अन्य लोगों से जुड़ सकते हैं। उपयोगकर्ता साझा की गई जानकारी, तस्वीरें, वीडियो आदि को देख सकते हैं और उस पर टिप्पणियां भी कर सकते हैं।
- खरीदारी (Shopping) – वर्ल्ड वाइड वेब के माध्यम से उपयोगकर्ता ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं। वे ऑनलाइन दुकानों से सामान खरीद सकते हैं और उसे घर तक पहुँचवा सकते हैं।
- सरकारी सेवाएं (Government Services) – वर्ल्ड वाइड वेब के माध्यम से सरकार द्वारा विभिन्न सेवाओं को उपलब्ध कराने का एक महत्वपूर्ण साधन है। आजकल देश के कई राज्य सरकार ने ऑनलाइन सेवाओं को शुरू कर दिया है जिससे लोग अपने घरों से ही विभिन्न सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
WWW कैसे काम करता है? |How does WWW work?
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) एक ऐसी सिस्टम है जो इंटरनेट पर विभिन्न संसाधनों जैसे वेबसाइटों, वेबपेजों, ग्राफिक्स, वीडियो, ऑडियो और अन्य मल्टीमीडिया सामग्रियों को उपलब्ध कराता है। WWW के विकासक टिम बर्नर्स-ली ने इसे ऐसे समाज के लोगों के लिए विकसित किया था जो संदर्भ, सूचना और संपर्क के लिए इंटरनेट का उपयोग करना चाहते थे।
WWW का काम वेबसाइटों, वेबपेजों और अन्य संसाधनों को उपलब्ध कराने के लिए किया जाता है। वेबसाइट एक एकल स्थान होता है जहां विभिन्न वेबपेजों, ग्राफिक्स, वीडियो और ऑडियो सामग्री रखी जाती है। इन सामग्रियों का उपयोग उपयोगकर्ता द्वारा किया जाता है जो वेब ब्राउज़र का उपयोग करते हुए वेबसाइट पर जाते हैं।
वेब सर्वर ने जो पेज का डेटा भेजा है, उसे वेब ब्राउज़र द्वारा विशेष भाषा में पार्स किया जाता है जो हाल ही में HTML होती है। HTML का पूर्ण नाम होता है Hyper Text Markup Language, जो वेब पेज को संरचित तरीके से प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है। वेब ब्राउज़र के अनुसार, HTML कोड से वेब पेज के उपयोगकर्ता द्वारा देखे जाने वाले विभिन्न विवरणों को प्रदर्शित किया जाता है, जिसमें टेक्स्ट, छवियाँ, वीडियो, संगीत, और दूसरे ऑब्जेक्ट्स शामिल हो सकते हैं।
जब एक उपयोगकर्ता अपने वेब ब्राउज़र का उपयोग करके वेबसाइट तक पहुंचता है, तो वह वेब ब्राउज़र द्वारा वेबसाइट के URL को सर्वर के लिए भेजता है। फिर वेब सर्वर उस वेब पेज की जानकारी को उपयोगकर्ता के वेब ब्राउज़र में भेजता है। यह जानकारी HTML, CSS, JavaScript और अन्य कंप्यूटर भाषाओं में लिखी जाती है।
उपयोगकर्ता ने वेब पेज को डाउनलोड करने के बाद, उसे देखने के लिए वेब ब्राउज़र उस वेब पेज के HTML को पढ़ता है। उसके बाद वेब ब्राउज़र, वेब पेज को सुंदर और उपयोगी बनाने के लिए CSS का उपयोग करता है। इसके बाद, वेब ब्राउज़र JavaScript को डाउनलोड करता है, जो वेब पेज के लिए निर्देश देता है।
वेब सर्वर (Web Server)
वेब सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जो इंटरनेट या यहां तक कि किसी भी निजी नेटवर्क पर रिक्त स्थानों पर संग्रहीत डेटा को संचालित करता है। जब आप किसी वेब पृष्ठ को खोलते हैं, तो आपके वेब ब्राउज़र ने उस पृष्ठ को खोलने के लिए संबंधित वेब सर्वर से अनुरोध किया जाता है और वेब सर्वर उस वेब पृष्ठ को आपके वेब ब्राउज़र में लोड करता है।
एचटीएमएल (HTML)
HTML का पूरा नाम है हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज। यह एक स्टैंडर्ड मार्कअप भाषा है जो वेब पेजों को बनाने और संरचित करने के लिए उपयोग की जाती है। HTML द्वारा, वेब डेवलपर उपयोगकर्ताओं को उन वेब पृष्ठों के तैयारी में मदद करते हैं जो उन्हें प्रदर्शित करने के लिए उनके वेब ब्राउज़र में होंगे।
वेबपेज (Webpage)
वेबपेज एक संरचित दस्तावेज होता है जो वेब साइट पर उपलब्ध होता है। वेबपेज HTML, CSS और JavaScript जैसी भाषाओं में लिखे गए होते हैं जो वेब ब्राउज़र के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को प्रदर्शित किए जाते हैं। वेबपेज संरचना को निर्देशित करता है, जो वेब साइट के अन्य वेबपेजों और सामग्री से संबंधित होता है।
वेब ब्राउज़र (Web Browser)
वेब ब्राउज़र एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो यूजर को वेब साइट देखने में मदद करता है। यह वेब सर्वर से जुड़े अनुरोधों को समझता है और उन्हें उपयोगकर्ता के वेब ब्राउज़र में दिखाता है। यह उपयोगकर्ता को समझाता है कि कैसे वेब साइटों का उपयोग करें और वह उन्हें नेविगेट करें और उनसे अंतरण करें। उदाहरण के लिए, Google Chrome, Mozilla Firefox, Safari और Microsoft Edge जैसे वेब ब्राउज़र प्रसिद्ध हैं।
Internet vs World Wide Web
इंटरनेट | वर्ल्ड वाइड वेब |
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एक नेटवर्क है जो विभिन्न कंप्यूटरों को जोड़ता है। | एक ऑनलाइन संसाधन है जो इंटरनेट का एक हिस्सा है। |
अपने माध्यम से डेटा को भेजने और प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है। | सामग्री को इंटरनेट के ऊपर दिखाने की सुविधा प्रदान करता है। |
एक जीवंत नेटवर्क होता है जो लोगों को एक दूसरे से जोड़ता है। | इसे डेवलप करने के लिए विशिष्ट सॉफ्टवेयर एवं कंप्यूटर की जरूरत होती है। |
इसमें विभिन्न प्रोटोकॉल, जैसे HTTP, FTP, SMTP शामिल होते हैं। | इसमें केवल HTTP प्रोटोकॉल शामिल होता है। |
यह सुरक्षित नहीं होता है और हैकिंग के लिए संभव होता है। | यह सुरक्षित होता है और हैकिंग का खतरा कम होता है। |
इसमें विभिन्न इंटरनेट गेटवे होते हैं जो डेटा को संचारित करते हैं। | इसमें वेब सर्वर और वेब क्लाइंट होते हैं जो सामग्री को प्रदर्शित करते हैं। |
निष्कर्ष
इस तरह से, वर्ल्ड वाइड वेब एक आश्चर्यजनक टेक्नोलॉजी है जो हमें आज की डिजिटल दुनिया में आपसी जुड़ाव करने की सुविधा प्रदान करती है। इसका निर्माण टिम बर्नर्स-ली के द्वारा किया गया था। वर्ल्ड वाइड वेब को इंटरनेट का एक ही अंग माना जाता है जो हमें विश्व स्तर पर जानकारी और संसाधनों तक पहुंचने की अनूठी सुविधा प्रदान करता है। वर्ल्ड वाइड वेब दुनिया के हर कोने में उपलब्ध है और इसे उपयोग करना बहुत आसान है। यह एक बहुत ही उपयोगी और जानकारीपूर्ण स्रोत है जो हमारी दैनिक जिंदगी में बहुत अधिक महत्व रखता है।
हमने WWW Kya Hai के बारे में विस्तार से जाना। हमने उसकी परिभाषा, फंक्शन और विशेषताओं के बारे में विस्तार से जाना। हमने यह भी देखा कि वर्ल्ड वाइड वेब कैसे काम करता है और उसके विभिन्न प्रतिनिधित्वों जैसे वेब सर्वर, वेब ब्राउज़र, वेब पेज और एचटीएमएल के बारे में भी जाना।
अंत में, वर्ल्ड वाइड वेब एक महत्वपूर्ण और उपयोगी उपकरण है जो दुनिया भर में सभी के लिए उपलब्ध है। इसके माध्यम से हम आसानी से जानकारी और संसाधनों तक पहुँच सकते हैं और अन्य लोगों के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं।
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