Computer Kya Hai | कंप्यूटर क्या है
Hello दोस्तो तो आज हम बात करने वाले हैं कि computer kya hai aur uske prakar के बारे में। मैैंने आपको सरल भाषा में समझौओं तो computer एक इलेक्ट्रॉनिक मेसीन है जो स्वचालित तथा निर्देशानुसार काम करने वाली एक यंत्र है ।जिसको हमारे जैसे मानव ने बनाया हैं।
Computer एक इलेक्ट्रॉनिक मेसिन है जिसपर हम हमारा प्रोब्लेम या query को इनपुट करते हैं और कंप्यूटर उसको कुछ ही सेकंड में प्रोसेसिंग करके बिना किसी गलती (error) के आउटपुट के रूप में यूजर को प्रदान करता है ।
C | O | M | P | U | T | E | R |
commonly | operated | mechine | particularly | used for | technical | Education | and research |
अब हम बात करते है Computer कि जन्म कि बारे में, Computer का जन्म एक लतिन शब्द ”computare” से आया है जिसका मतलब है कि गणना करना पर बहुत लोग और कुछ वैज्ञानिकों का यही कहना है कि यह जो Computer वार्ड है ‘compute’ नाम के एक शब्द से जनरेट हुआ है जिसका मतलब है कि गणना करने वाला। Computer को पहले चार्ल्स बाबेज ने आविष्कार किया था और चार्ल्स बब्बेज को कंप्यूटर के जनक (Father of computer) कहा जाता है। Computer को हिंदी में संगणक नाम से भी जानते हैं पर यह नाम अपभ्रंश ओके धीरे-धीरे कंप्यूटर नाम से जाना गया।
धीरे-धीरे Computer हमारे Life का एक हिस्सा बनते गया और आज का टाइम ऐसा गया कि Computer के बिना एक पल भी काम करना असंभव जैसे लगता है। आप जहां भी जाए किसी दफ्तर में जाए वह सरकारी हो या वे सरकारी हर जगह Computer का इस्तेमाल किया जाता है।आमतौर पर बोले तो Computer शिक्षा के क्षेत्र में वाणिज्य (Business) के क्षेत्र में स्वास्थ्य(Health) की क्षेत्र में बैंक(Bank) में रिसर्च सेंटर (Research Center)में मनोरंजन(Entertainment) के लिए बहुत सारे जगह में ऐसे व्यवहार किया जाता है। आइये देखलेते हें कुछ आम सबाल जो कम्प्युटर के बारेमें बात करने से आते हें।
What Is The Life Types Of Computer
डेस्कटॉप कम्प्युटर की बात आए तो ये बलना मुस्किल हो जाएगा life of computer कितना है, क्यों की आप अपना डेस्कटॉप कम्प्युटर का सॉफ्टवेर तथा हार्डवेर पार्ट्स को आगे जाकर बदला सकते हें पर एक प्रसिद्ध वैबसाइट “Business News Daily” के रिसर्च के हिसाब से computer का life 5-8 बर्ष तक होती है। ये कम्प्युटर की quality और maintenance के उपर भी निर्भर करता है। पर Laptop जेसे device का बात करे तो 3 से 5 बर्ष तक होती है क्यों की आप laptop का हर एक पार्ट्स को बदला नहीं जा सकता है।
क्या आप जानते हैं Generation of Computer in Hindi, तो इसे पढ़ें|
Computer Ke Parts | कंप्यूटर के पार्ट्स्
Computer के पार्ट्स के बारे में हम बोले तो ऐसे 6-7 पार्ट है जो हम जानते हैं।
यह थी कुछ बेसिक चीजें जो हम कंप्यूटर के बारे में जानते हैं उसको छोड़ कर भी कंप्यूटर के ऐसे कुछ पार्ट्स है जिसके बिना कंप्यूटर को यूज करना नामुमकिन के बराबर है। तो आइए देखते हैं क्या क्या वह पार्ट है।
CPU
जैसे हमारे शरीर का मुख्य अंग दिमाग को बोला जाता है क्योकि जितना भी काम हम करते है दिमाग कि command से करते है, वैसे computer system का मुख्य अंश CPU को बोला जाता है क्योंकि कंप्यूटर का हर प्रोग्राम सीपीयू में प्रोग्राम होके रहता है तो हम जब भी कुछ command देते हैं उसका siginal पहले कंप्यूटर के CPU के पास जाता है फिर वह processing करके monitor मैं आउटपुट रूप में प्रदान करता है।
Parts of CPU
Memory
नाम से अब पता लगा चुके होंगे कि इसका मतलब क्या होता है।हम कंप्यूटर या टेक्निकल भाषा में इसको बोले तो यह एक component है जो किसी भी प्रकार डाटा को और किसी भी टाइम के लिए स्टोर करने के लिए मदद करता है। मेमोरी भी 2 टाइप के हैं।
Primary Memory of a Computer
क्या आप जानते हैं primary memory of a computer होता क्या है। अगर आप कंप्यूटर्स के स्टूडेंट है या कंप्यूटर से रिलेटेड काम करते हैं तो यह knowledge रखना आपके लिए बेहद जरूरी है। यह जो मेमोरी होती है यह मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर से बनी होती है । जिसको हम शॉर्ट कट में एम ओ एस ( MOS )बी बोलते हैं। प्राइमरी मेमोरी 2 types के होते हैं 1. RAM दूसरा 2. ROM
RAM
इसी type की मेमोरी में उपस्थित समस्त डाटा अस्थाई होती है आप बिजली को उदाहरण के स्वरूप ले सकते हैं जैसे घर की बिजली चले जाने से घर में जो भी काम होता रहता है हम कुछ नहीं कर पाते ऐसे राम कंप्यूटर में होता है ।
जिसे लिए कंप्यूटर में हम जो भी काम करते हैं उसको कुछ समय के लिए स्टोर करके रख लेता है अगर अचानक से हम कंप्यूटर से डिस्कनेक्ट हो जाए तो ओ जो भी डाटा है उसको स्टोर करके नहीं रख पाता। इसीलिए RAM को टेक्निकल वार्ड में volatile मेमोरी कहा जाता है volatile का मतलब यह होता है कि जो चीज ज्यादा समय के लिए यादाश्त नहीं कर पाता।
ROM (Read Only Memory)
यह कंप्यूटर की प्राइमरी मेमोरी होती है जिसमें से हम डाटा को जितने दिन के लिए चाहे स्टोर करके रख सकते हैं और उसको जब चाहे भी रीड कर सकते हैं। एक स्थाई मेमोरी होती है। रूम में कंप्यूटर को स्टार्ट करने वाले प्रमभिक प्रोग्राम और जरूरी सेटिंग्स होती है
Secondary Memory of a computer
सेकेंडरी मेमोरी को हम removable storage media बोलते हैं। और यह portable होते है। Portable का मतलब हम इसको हमारे साथ लेके घूम सकते हैं। ज्यादातर हम इस मेमोरी को हमारे डिवाइस का अपग्रेडेशन के लिए इस्तेमाल करते हैं जैसे हम एक कर कंप्यूटर खरीदते हे तो हमारे डाटा की वजह से उसका मेमोरी धीरे धीरे full हो जाता है । हम इसको मार्केट से अलग खरीद के कंप्यूटर में डाल सकते हैं।
Input & Output device of computer
Input device of a computer
कंप्यूटर्स के ऐसे कुछ पार्ट है जिसके माध्यम से हम कंप्यूटर को कुछ डाटा के लिए रिक्वेस्ट भेजते हैं technically इसको बोले तो यह हमारा Information कंप्यूटर तक पहुंचाता है पर यह कंप्यूटर से डाटा Receive करके हमको दे नहीं सकता
- Examples Of Input Devices
- Keyboard
- Mouse
- Microphone
- Webcam etc.
Output Device Of a Computer
यह कंप्यूटर्स के ऐसे पार्ट से जिसके माध्यम से हम डाटा कंप्यूटर से पा सकते हैं पर इसके माध्यम से हम कंप्यूटर्स को कुछ कमेंट या रिक्वेस्ट नहीं भेज सकते technical इसको बोले तो यह हमको डाटा देगा पर हम हमसे कुछ डाटा लेकर कंप्यूटर को दे नहीं सकता।
- Examples of output devices
Types of Computer
क्या आप जानते हैं कंप्यूटर विभिन्न साइज के होते हैं और साइज को लेकर इसका कार्यकारिता भी अलग-अलग होती है। तो आइए इसके बारे में अभी हम डिटेल्स में बात कर लेते हैं।
1. अनुप्रयोग के अनुसार
अनुप्रयोग के अनुसार कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं।
- Analog computer (एनालॉग कंप्यूटर)
- Digital computer (डिजिटल कंप्यूटर)
- Hybrid computer( हाइब्रिड कंप्यूटर)
1.Analog Computer ( एनालॉग कंप्यूटर)
इस श्रेणी का कंप्यूटर डिवाइस से हम हमारे भौतिक इकाइयों जैसे माप तापमान लंबाई और ऊंचाई माप के उनका रिजल्ट को अंको में प्रदर्शित करते हैं।पर जो अंको में result आता है यह पूरे 2 पूरे सठीक नहीं आता हे।इस श्रेणी के डिवाइस में current डाटा ही शो करता है पर उस को डाटा स्टोर करके नहीं रख पाता उदाहरण स्वरूप आप स्पीडोमीटर,थर्मामीटर को ले सकते हम जब भी इस टाइप के डिवाइस करंट डाटा को शो करते हैं पर उसको परमानेंट स्टोर करके नहीं रख पाते।
आनालोग कम्प्युटर क्या है (आनालोग कम्प्युटर की परिभाषा)
एनालॉग का मतलब होता है आमतौर पर एनालॉग मेचीन और एनालॉग मीडिया दोनों का एक संयोजन है जो एक साथ माप , रिकॉर्ड , पुन: पेश, या निरंतर जानकारी प्रसारित कर सकते हैं।Analog computer में एनालॉग सिगल इनपुट के रूप में दिया जाता है। आनालोग कम्प्युटर के बारेमें ज्यादा जानकारी के लिए आप आनालोग कम्प्युटर क्या है पढ़ सकते हैं।
Digital Computer (डिजिटल कंप्यूटर)
डिजिटल कंप्यूटर को मॉडर्न कंप्यूटर भी बोला जाता है। ओ केवल एक ही language समझता हैं और वह है binary language (0,1) ।आप इसी टाइप के कंप्यूटर में सब डाटा को जब चाहे देख सकते हैं या स्टोर कर सकते हैं। For Example आप Desktop, laptop, smartphone Etc… को ले सकते हैं।
डिजिटल कम्प्युटर क्या है (डिजिटल कम्प्युटर की परिभाषा)
digital computer एक Multipurpose programming machine होता हैं जो कंप्यूटर मेमोरी में मौजूद Binary instruction को पढ़ती हैं और बाइनरी डाटा को इनपुट की तरहा लेकर डाटा पर निर्देशों के अनुसार हमें आउटपुट या फिर result प्रदान करता हैं. डिजिटल का मतलब होता हैं अंक जो हमको डिजिट form में बता दे उसको डिजिटल कंप्यूटर काहा जाता हैं. डिजिटल कंप्यूटर के बारेमें ज्यादा जानकारी के लिए आप Digital computer Kya Hai पढ़ सकते हें।
Hybrid computer (हाइब्रिड कम्प्यूटर)
इसी श्रेणी के कंप्यूटर एनालॉग कंप्यूटर ओर डिजिटल कंप्यूटर दोनों का काम करने मैं सक्षम होती है। वेसे आप उसको दोनों कंप्यूटर का मिश्रण बोल सकते हैं।
2.उद्देश्य के अनुसार
उद्देश्य के अनुसार कंप्यूटर दो तरह के होते हैं।
- सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर (General purpose computer)
- विशिष्ट उद्देश्य कंप्यूटर ( special Purpose computer)
सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर (General Purpose computer)
सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर बहुत सारे कार्य करने के लिए सक्षम होती है पर यही सब कार्य सामान्य होती है। जैसे कि डाक्यूमेंट्स बनाना,लेटर भेजना,दस्तावेज बनाना। सामान्य उद्देश्य में बना हुआ कंप्यूटर का CPU क्षमता कम होती है । सामान्य कंप्यूटर में आप किसी भी प्रकार के विशिष्ट उद्देश्य के लिए काम नहीं कर सकते।
विशिष्ट उद्देश्य कंप्यूटर ( special Purpose computer)
इसी श्रेणी में अन्तर्भुक्त कंप्यूटर को विशिष्ट काम करने के लिए बनाया जाता है। इन कंप्यूटर्स की सीपीयू की क्षमता कार्य का अनुसार होती है। आप उदाहरण के स्वरूप पनिपाग केंद्र में computers को ले सकते हैं ।
3.आकार के अनुसार
आकार के अनुसार कंप्यूटर्स को 4 भाग में बांटा गया है।
- माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)
- मिनी कंप्यूटर (Mini Computer )
- मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
- सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
हम अब ये 4 कंप्यूटर के बारे में बात करें तो ये बहुत लंबी आर्टिकल हो जाएगी। हम इन 4 के बारे में दूसरे एक आर्टिकल में बात करेंगे ।
ज़्यादातर पूछे जाने वाले सवाल
Computer Kisne Ne Banaya ?
computer के बारेमें बात आए तो ये सवाल सबके मान में जरूर आता है की computer kisne ny banaya ? एक शब्द में बोला जाए तो उसका उत्तर होगा Charles Babbage (चार्ल्स बाबेज) । जिनका जन्मग्रहण England का London में 26 दिसम्बर 1791 को हुआ था। चार्ल्स बाबेज आधुनिक कम्प्युटर का पिता (Father of modern computer) के नाम से जाने जाते हें।
What Is The Life Types Of Computer In Hindi
डेस्कटॉप कम्प्युटर (Desktop Computer) – 5-8 year
Portable Computer ( Laptop) – 3- 5 year
Charles Babbage (चार्ल्स बाबेज) का जन्म और मृत्यु कब कब और कहाँ हुआ था ?
Charles Babbage का जन्म England का London नामक एक सहर में 26 दिसम्बर 1791 को हुआ था और मृत्यु 18 ओक्टोबर 1871 को उसी London सहर में ही हुआ था।
Conclusion
उमीद करता हूं कि आपको हमारा Computer kya hai Aur Uske Prakar आपको पसंद आया होगा। अगर हमारे बारे में आपको कुछ कहना है तो आप हमारेेेे कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैंं क्योंकि कमेंट सेक्शशन आपका ही है। अगर आपको कुछ डाउट है इसके रिलेटेड तो आप हमको Contact कर सकते हैं. धन्यवाद।
Thanks for this Valuable information